रात के 3 बजे संजना किचन के काउंटर पर बैठकर पानी पी रही होती है की तभी उसे दरवाज़ा खुलने की आवाज आती हैं .....आवाज सुन वो पानी की बॉटल वही काउंटर पर रखकर किचन के बाहर आकर खड़ी हो जाती है .....उस टाइम पूरे हॉल में अंधेरा होता है , पर किचन की लाइट ऑन होने की वजह से वो देखती है की ...नैंसी बिल्कुल धीरे धीरे कदमों से सीढ़ीओ से उतर रही है वो भी चारो तरफ देखते हुए .....उसे देख संजना थोड़ी मुस्कुराती है और आकर फ्रीज के एक साइड पर छुप कर बैठ जाती है...वही नैंसी अपने बालो को बांधकर धीरे से चलते हुए किचन मे आ जाती है .......पर सामने काउंटर पे पानी की
बॉटल देखकर वो थोड़ी हैरान हो जाती है क्योंकि कोई भी पानी की बॉटल बाहर नही रखता था रात में ....वो चारो तरफ देखती है पर जब कोई नजर नही आता है तो बॉटल
को फ्रिज में रखकर आईसक्रीम का बाउल लेकर
वही काउंटर पर बैठकर खाने लगती है , और इतना मगन हो जाती है की उसे पता ही नही चलता की सामने देव खड़ा है ........
खाने के बाद जब वो अपना सर ऊपर करती है तो देखती है की देव उसे देखकर मुस्कुरा रहा है.....उसे देख वो थोड़ी सकपका जाती है ........पर फिर हंसते हुए कहती है ,
नैंसी - अरे देव तुम इतनी रात को क्या कर रहे?
( देव का नाम सुनकर संजना नाक सिकोड़ने लगती है तभी देव कहता है)
देव - वो ( पेट पर हाथ घुमाते हुए ) पेट में चूहे कूद रहे ...
नैंसी - और मेरे में हाथी ...
देव - क्यों आपने डिनर नही किया था क्या ??या मेरी तरह रात में उठकर खाने की आदत है 😂
नैंसी - नहीं किया ...पर अब भूख लगी है...
देव -( बाउल देखकर) ये पूरा खाली तो कर दिया है आपने और कितनी भूख है
नैंसी - अरे ये सिर्फ थोड़ी सी थी ...तुम देख लो फ्रिज में कुछ ना कुछ मिल जाएगा .....
देव - हां....
( देव फ्रिज की तरफ बढ़ने लगता है तो संजना खुद को बिलकुल सिकोड़ लेती हैं ताकि उसकी नजर उसपर पर ना जाए ....देव फिर उबासी लेते हुए फ्रिज का डोर खोलता है और आईसक्रीम की बाउल लेकर वही काउंटर पर बैठ जाता है और एक चम्मच खाकर कहता है
देव - दिमाग की बत्ती जला दे.....
नैंसी - क्या मतलब इसका .....
( इससे पहले देव ..नैंसी से कुछ कहता.....नील किचन में आ जाता है और देव को गुस्से में घूरते हुए लाइट ऑफ कर देता है और फिर अंधेरे में ही देव को मुक्का मारने के बजाए नैंसी को मार देता है और उसी बीच में लाइट ऑफ होने की वजह से संजना फ्रिज के साइड से निकलकर खड़ी हो जाती है तो देव ...उसका हाथ पकड़कर खींचते हुए बाहर ले जाने लगता है और कहता है ,
देव - भाई .....ये क्या मजाक था ..लाइट क्यों ऑफ किया ..चलो कमरे में आज मै आपको बताता हु ...
( फिर वो उसे खींचते हुए कमरे की तरफ ले जाने लगता हैं तो संजना उसका हाथ पीछे से मरोड़ देती है और उसे पकड़कर कहती है )
संजना - मैं तुम्हे तुम्हारा भाई लग रही हु ??🙄
देव -( आवाज सुनकर) आ तुम रक्तचुस्मानव 😤तुम कहा से आ गई ....
संजना - तुमने मेरा हाथ कैसे पकड़ा आज तो तोड दूंगी
देव - महारानी साहिबा ... मैं ऑलरेडी टूटा फूटा हु बक्श दो...
( संजना उसे छोड़ देती है तो वो उससे दूर होकर लाइट ऑन कर देता है और देखता है की वो गुस्से में उसे घुर रही ,... उसे ऐसे देख देव अपने कमरे में घुसता है और वही दरवाजे पर खड़े होकर कहता है ,
देव -( घूरते हुए) तुम ना ....जाकर एक किलो चीनी खा लो ...क्या पता तुम्हारी जुबान के साथ साथ हरकते भी मीठी हो जाए ...
संजना - तुम कल मुझसे मिलो...
देव - ( जीभ दिखाकर ) नही मिलूंगा ....
संजना - ठीक है फिर मै सबको बता दूंगी की तुमने मेरे साथ जंगल में क्या किया 😏
देव -( अपना सर पकड़कर ) जिद्दी ,अकडू लड़की कही की ...😤
( फिर वो डोर लॉक कर देता है..... .दूसरी तरफ किचन में देव की आवाज न सुनकर ...नील पीछे हो जाता है और लाइट ऑन करके देखता है की नैंसी अपनी आंखे बन्द किए हुए अपनी पीठ को पकड़कर काउंटर के पास खड़ी है .....उसे ऐसे देख पहले वो अपनी आंखे बड़ी करता है और फिर उसके सामने दोनो हाथ आगे करके झुकता है और वहां से सीधे अपने कमरे की तरफ चला जाता है ......नील के जाने के बाद नैंसी अपनी आंखो खोलती है और देखती है की संजना उसे देखकर मुस्कुरा रही .....उसे ऐसे मुस्कुराते देख वो कहती है ,
नैंसी - तुम्हे क्या हुआ ....क्यों हस रही हो ?
संजना - ( उसके पास आकर ) सच सच बताना क्या चल रहा तुम दोनो का ?
नैंसी - किन तुम दोनो का ?
संजना - तुम्हारा और ( उसे धक्का मारकर ) नील का 😜
( नैंसी उफ्फ कहके उसे साइड करके किचन से बाहर निकलने लगती है तो संजना उसका हाथ पकड़कर खींचते हुए सीढ़ीओ के पास ले आती है और बिठाकर कहती है ....)
संजना - जो मै पूछ रही उसका सही सही जवाब दो ना ...
नैंसी - अरे कुछ भी नही है तो क्या जवाब दू ....
संजना - ( ऊपर जाते हुए ) तुम रुको मैं आती हु ...
नैंसी - कहा जा रही हो ??
संजना - रूम में .....
नैंसी - हां तो मै भी रूम में आ रही हु ....जो पूछना है वही पूछ लेना..
( संजना मना करती है पर वो कुछ सुनती नहीं है और सीढ़ीओ पर भागते हुए संजना से पहले रूम में घुस जाती है और विंडो साइड पर लेटकर कहती है ,)
नैंसी - मैं सोयुंगी अब इस साइड ...ठीक है ?
संजना - ठीक है.....पर अपना फोन दो ना .
नैंसी - क्यों ....क्या हुआ .
संजना - वो बस अपना फोन खोजना है ....कॉल करूंगी ...
नैंसी - टेबल पर रखा है देख लो ...मै चली सोने 😴
संजना - कोई जरूरत नही है ...पहले मेरे सवालों का जवाब दो ......
( नैंसी ...उठकर बेड पर बैठ जाती है और उबासी लेते हुए कहती है )
नैंसी - पूछो जो पूछना है ...🙄मेरी नींद खराब कर रही हो ....
संजना - तुम्हारी नींद तो मैं उड़ाने वाली हु 😅...( फोन से फोटो दिखाकर ) ये क्या है लविंग बर्ड्स ....
( नैंसी आंखे मलते हुए क्या है ....( हैरानी से ) एक मिनट तुम गैलरी में क्या कर रही....और
संजना - और को मारो गोली पहले तो ये बताओ ये तुम दोनो ने ऐसी फोटो कब क्लिक की .??
नैंसी -( बेड से उठकर )संजना फोन वापस करो ....
(पर संजना फोन लेकर उधर - इधर भागने लगती है और उसके पीछे नैंसी ......संजना...हंसते हुए कहती है कि " यार तुम इतनी छुपी रुस्तम निकली ...मतलब उस सडू के साथ तुमने ऐसी पिक ले ली ....)
नैंसी - तुम्हे फोन नहीं देना तो मत दो , पर ऐसे चिल्लाओ मत ना अगर किसी ने सुन लिया तो ..🙄
,( संजना हंसना बंद करके उसके बगल में आकर बैठ जाती है और फोन वापस करके कहती है की )
संजना - खुद बताना चाहती हो तो बता सकती हो वरना ठीक है ... मैं चली सोने और हां कुछ लगा लो पीठ पर... आई नो नील ने मुक्का मारा है तुम्हे ......
नैंसी - ( हैरानी से )तुम्हे कैसे पता चल???
संजना - मै उस टाइम किचन में ही थी और हां ये बताओ..कल रात नील ने डिनर के लिए मना कर दिया था तो तुमने क्यों ???
नैंसी - अरे मैने नील जी की वजह से नही कहा था ओह गॉड कही सबको यही तो नहीं लग रहा ...
संजना - जी देवी जी सबको यही लगता है की तुम दोनो का कुछ चल रहा और स्पेशली भाभी को 😂
नैंसी - पेट खराब था मेरा ...खुशी दी को मना की थी की नही खाऊंगी पर एक सुनती कहा है जबरदस्ती खाने के लिए बिठा दिया ...
संजना - ओह तो ये बात है ....पर सच्ची कहो कुछ चल तो नही रहा 😜...
नैंसी - मैं चली सोने ..... बाय गुड नाईट...
( फिर वो बेड पर लेट जाती है और लाइट ऑफ करके सोचती है कि ये नील ने आखिर मारा क्यों और सॉरी भी नही कहां....कैसे कैसे अकडू लोग आ जाते है )
संजना - तुम सो गई क्या ??
नैंसी - हां सो गई ....
संजना - ( हंसते हुए ) तो क्या तुम्हारी आत्मा बोल रही.....
नैंसी - ( घुटकर )ए रात में ऐसी बात कौन करता है सो जाओ तुम....अच्छा एक बात बताओ ये नील - देव के फैमिली के बारे में कुछ पता है क्या ?
संजना - क्यों अपनी सासू मां से मिलना है क्या 😂
नैंसी - संजना ....
संजना - ( हंसते हुए ) अच्छा सॉरी ...वैसे होगा वो किसी अमीर बाप का बिगड़ैल बेटा 😏उफ्फ....
नैंसी - ( हंसते हुए ) अच्छा ....चलो ठीक होगा अगर कोई तुम्हारे बारे में ऐसा ना सोचता हो ....
,(संजना उसकी तरफ मुड़कर कहती है , क्या ,मतलब ??..नैंसी कोई जवाब नहीं देती...संजना कुछ देर उसकी तरफ देखती है और फिर सो जाती है ..............दूसरी तरफ देव अपने बेड पर बैठा होता है और नील सोफे पर .....दोनो शांत बैठे होते है ...,,तभी देव कहता है ,)
देव - भाई .. ओ मेरे भाई आपने आखिर ऐसे कैसे कर दिया 🙄..
( नील कोई जवाब नही देता है )
देव -आपने पहली बार किसी लड़की के ऊपर हाथ उठाया .....( मुसकुराते हुए ) जाकर बता दो की ऐसा पहली बार हुआ है और सॉरी कह दो ....
( नील फिर से कुछ नही कहता है , तो देव अपनी जगह से उठता है और देव के पास आकर देखता है की उसके आंखो मे आंसू भरे हुए हैं ....देव उसे हैरानी से देखता है और फिर जोरो से उसे हिलाकर कहता है
,)
देव - भाई भाई ...आप कैसे रो सकते हो ..ओह माय गॉड ये पहली बार आपके आंखो से आंसू निकले है 😂( हंसते हुए ) मैं लड्डू बाटूंगा .....मॉम को ये खबर देनी होगी ....
( फिर वो भागकर कॉल करने लगता है तो नील पीछे से उसका फोन छीन लेता है और स्विच ऑफ करके फिर से सोफे पर बैठ जाता है ....देव पीछे मुड़ते हुए कहता है )
देव - क्या है भाई ...ये खबर तो देनी ही पड़ेगी ना की उनका लाडला जो पैदा होते टाइम नहीं रोया था ,आज पहली बार रो दिया....
नील - कोई जरूरत नही है ....
देव - ( उसके पास बैठकर ) आपने मेरी जगह पर नैंसी को मुक्का मारा इसलिए रो रहे हो क्या ?
( नील उठकर बेड पर लेट जाता है और गुड नाईट बोलकर सो जाता है ,उसे ऐसे देख देव कहता है )
देव - ओह भाई ... आई नो गलती से हुआ ...( आंखे घुमाते हुए ) आपके संस्कार .... नहीं हमारे संस्कार ठीक है कल आप सॉरी कह देना.....वैसे सॉरी तो उस चमगादड़ को भी कहना पड़ेगा ( हाथो को सहलाते हुए ) कितना मारती है .....
( फिर वो भी जाकर सो जाता है )
आदि के कमरे में ,
आदि के कमरे में रिया उसे देखकर मुस्कुरा रही होती है और फिर ..…फूलो से भरी हुई टोकरी को लेकर बेड पर बैठ जाती है और एक पीला फूल हाथो में लेकर उसे धीरे धीरे मलते हुए आदि के माथे पर उसका रंग गिराने लगती है ,फिर फूल को वापस से टोकरी में रखकर ...पूरा पीला रंग उसके फेस पर हल्के हल्के फैला देती है फिर उसी तरह ,लाल , नीला,गुलाबी और हरे पत्तों को भी मलते हुए उसके हाथो और पूरे फेस पर उसका रंग गिराकर फैला देती है और हंसते हुए एक सेल्फी लेकर लेट जाती है ......थोड़ी देर बाद आदि जब जागता है तो रिया को अपने बगल में सोए देख मुस्कुराता है और उसके माथे पर किस करके उबासी लेकर उठ जाता है , तभी उसके फोन पर रिंग बजती है तो वो अपना हाथ साइड के टेबल पर करता है ताकि फोन मिल जाए..पर वहां फोन नहीं मिलता है तो वो अपनी आंखों को मलते हुए देखता है की फोन मिरर के सामने रखा हुआ है , फिर वो बेड से उतरकर मिरर के सामने जाता हैं और कॉल अटेंड करके बात करने लगता है और तभी उसकी नज़र सामने मिरर पर जाती है तो वो अपना मुंह खोलकर थोड़ा पीछे हट जाता है और फोन कट करके अपने गालों को देखने लगता है 😅,
उस टाइम उसकी हालत एक कलरफुल भूत की तरफ होता है जिसे देखकर किसी की भी हालत खराब हो सकती थी .....फिर वो उसे हाथो से छुटाने लगता है ताकि कोई देख न सके की तभी उसकी नजर सामने टेबल पर रखे हुए फूलो की टोकरी पर जाती है .....वो उसे देख थोड़ा मुस्कुराता है और फिर पीछे मुड़कर रिया के हाथो को देखता है जिसपर अभी भी फूलो के रंग होते है .....वो फिर हंसते हुए एक लाल फूल उठाता है और बेड पर बैठ कर उसे हाथो से मलकर रिया के होठों पर लगा देता है और फिर तेजी से रिया को हिलाने लगता है ताकि वो उठ जाए ...हिलाने की वजह से रिया अपनी आंखे खोल देती है और देखती है की आदि उसे मुस्कुराते हुए देख रहा है । इससे पहले वो कुछ कहती आदि उसके फेस की तरफ झुकता है और हैप्पी होली रिया कहकर उसके लिप पर किस कर देता है तो वो हैरानी से मुस्कुराते हुए अपनी आंखे बंद कर लेती है। .....
दूसरी तरफ,
सब लोग जाग कर हॉल में आ चुके होते है और एक दूसरे को हैप्पी होली विश कर रहे होते है सिवाय अवनी और ऋषभ को ....वो दोनो अपने कमरे में बैठे होते है एक दूसरे के आमने सामने ...दोनो एक दूसरे के देख रहे होते है पर कुछ कहते नहीं है ...थोड़ी देर शांत रहने के बाद अवनी कहती है ,
अवनी - ऋषभ जी...आज होली के दिन आपने मेरे हाथ पैर क्यों बांधे ...
ऋषभ - आज होली के दिन भी आपने मुझे लात क्यों मारी....
अवनी - गलती से हुआ ...🙄मै जानबूझकर थोड़े मारती हु ...
ऋषभ -( उठकर ) मैं भी जानबूझकर थोड़े बांधता हु...
( फिर वो कमरे से बाहर निकल जाता है उसे जाते देख अवनी कहती है )
अवनी - पागल कही के 😤...
( फिर वो अपना पैर खोलती है और रस्सी को वही बेड के नीचे रखकर बाथरूम में घुस जाती है...बाहर दरवाजे पर खड़ा ऋषभ उसे देखता है तो कहता है - आपको तो मै होली में बताऊंगा ....फिर वो निचे हॉल में चला जाता है और सोफे पर बैठकर कहता है ,)
ऋषभ - हम लोग कही जा रहे है....
संजना - ( खुश होकर ) आज घूमने जा रहे वाउ.....
देव - वैसे कहा जा रहे हम जीजू ....
आनंद - अपने जूजू के पास .....
खुशी - ये जूजू कौन है ?? आपकी कोई गर्लफ्रेंड क्या ??
आनंद - ओह हो प्राणप्रिय आप ही सब कुछ है मेरी ......😜कोई दूसरी का आप चांस नहीं दे सकती ...
खुशी - आपको मेरे अलावा भी कोई चाहिए ...
(तभी आनंद से पहले विहान कहता है )
विहान - कहां जा रहे भाई ??
ऋषभ - बस जा रहे ....तो रेडी हो जाओ सब लोग ..
( तभी दो नौकर ऋषभ को थोड़ा दूर लेजाकर कहते है )
नौकर - मास्टर हम भी चलते है .....सुबह ही अनंत सर का कॉल आया था तो उन्होने कहा है की आपके साथ हम ट्विंकि जी के घर चले जाएं क्योंकि होली है तो उन्हे कुछ लोगो की हेल्प की जरूरत पड़ेगी .....ऋषभ उन दोनो को देखता है और फिर जाने के लिए हां कह देता है ......थोड़ी देर बाद सब लोग आ जाते है सिवाय आदि और रिया के ...तो आनंद कहता है )
आनंद - ओ गुटुर गूं की जोड़ी ....अब आ भी जाओ .....
( दोनो फिर कमरे से बाहर आ जाते है और आते ही आदि कहता है )
आदि - यार आज तो होली है तो हम बिना सेलिब्रेशन किए कहां जा रहे है ??
देव - जीजू का कोई होली प्लान होगा ...
रिया - ऋषभ को होली खेलना नहीं पसंद .....
देव - ओह ....फिर हम कहा जा रहे हैं ??
खुशी - जहां जीजू ले जायेंगे ....वही जाना पड़ेगा ..
( फिर सब हंसते हुए बस में जाकर बैठ जाते है ...इस बार ड्राइविंग करने का जिम्मा ऋषभ लेता है क्योंकि विहान और आनंद को नही दे सकते है वरना स्वर्ग लोग में मुलाकात होगी ....आदि ...तो बस में चढ़ते ही मना कर देता है 😂उस दिन के बाद ....नील - देव तो ड्राइविंग सीट की तरफ देखते भी नही है ...इसलिए ऋषभ ड्राइविंग करने लगता हैं और अवनी जाकर देव के बगल में बैठ जाती और कहती है ,
अवनी - देव भाई सॉरी ..
देव - अरे क्या हुआ दी ....आप किस बात के लिए सॉरी कह रही 🙄
अवनी - वो कल शाम मैं तुमसे बात भी नही कर पाई और ये भी नही देखी की कहीं चोट तो नही लगी है ...और फिर डाक्टर को भी नहीं बुलाया .....
देव - ( नील की तरफ दिखाते हुए ) ये डॉक्टर है ना ..... इन्होने मेरा पूरा इलाज किया ...
अवनी - तुम मजाक कर रहे हो ना .... आई नो इलाज की जगह सुताई की थी ....
देव - अरे अरे बिल्कुल भी नही ..भाई डॉक्टरी की स्टडी कर रहे....कुछ मंथ्स बाद वापस अमेरिका चले जायेंगे ...भाई ने कोई कुटा भी नही बल्कि हां थोड़े गुस्से मे थे पर कल दर्द की मेडिसिन देकर मुझे आराम करने के लिए कह दिया और फिर मैने खाने की लिए मना किया तो शायद भाई ने भी डिनर नही किया था?? है ना ..
अवनी - ( नील की तरफ देखकर ) हां .....
देव - अरे भाई थोड़े शांतप्रिय है .....ज्यादा बात नही करते ..एक सीक्रेट बताऊं 😂
अवनी - कैसा सीक्रेट ....
देव - भाई की आज तक एक गर्लफ्रेंड नहीं बनी .....मम्मी कसम ये तो लड़कियों से इतनी दूरी बनाकर रहते है जैसे वो कोई वायरस हो ....
अवनी - और तुम्हारी ?
देव -( आंखे बड़ी करके) मेरी .....मेरी एक हैं😎
अवनी - ओह कौन है ??
देव - दीदी बाद में बताऊंगा ....अभी मैं थोड़ा अपनी एक नॉवेल खत्म करके आता हु ...
( फिर वो उसके पास से उठकर अपने बैग से नॉवेल निकालकर पीछे सीट पर लेट जाता है और पढ़ने लगता है ....नैंसी आंखे बंद करके बैठी होती हैं तो संजना फोन मे सवाल रिकॉर्ड कर रही होती है जो उसे नैंसी से पूछना था ....खुशी - आनंद बड़े प्यार से रेस्टोरेंट में बिताए हुए दिनों को याद कर रहे होते है ...आदि कॉल पर लगा होता है जिससे रिया उसे गुस्से में देख रही होती हैं....नील शांति से आंखे बन्द करके गाने सुन रहा होता है और अवनी की नजर विहान पर होती है जो गुमसुम सा बैठा होता है ....वो खुश होकर उसे बताना चाहती थी की वो लोग टिवंकि के घर जा रहे पर ऋषभ ने मना किया होता है .......थोड़ी देर तक ऐसे ही सब अपने में लगे होते है ...की बस एक घर के सामने जाकर रुक जाती है ....बस रुकने की वजह से सब बाहर झांकने लगते है और देखते है की वो लोग एक घर के सामने खड़े है हो पूरा फूलो से सजा हुआ है ....उसे देख आनंद कहता है ,
आनंद - अरे भाई हम तो ट्विंकी के घर पहुंच गए 😍....
( सब लोग ये बात सुनकर खुश हो जाते हैं सिवाय विहान के ....वो पीछे अपनी सीट पर ही बैठा रहता है बिना किसी एक्सप्रेशन के ...तो आनंद कहता है ,)
आनंद - अरे विहानदास खुश हों जाओ....हम ट्विंकी के घर के सामने है .....
विहान - ( ऋषभ से ) भाई वो मुझे इस हालत में देखेंगी तो प्रपोज करने से पहले ही ना कर देंगी .... मै भी नहीं जा रहा....
संजना - अरे वाह ...आज इस दुखी आत्मा को अपनी प्रेमिका से नही मिलना ....( उसका हाथ पकड़कर) चलो निकलो ...प्रपोज बाद में करना पहले उनकी दिल की बात तो जान लो की वो आपको पसंद करती है या नही ....
विहान - नही जाना मुझे ....
आनंद - बच्चो जैसी हरकते करना बंद करिए ...😂
आदि - एक मिनट ....ये घर ऐसे क्यों डेकोरेट है जैसे किसी की शादी है ...
( विहान ये सुनकर तो बिल्कुल घबरा जाता है और बस से जल्दी से निकलकर देखता है की गेट पर ही ट्विंकी की मम्मी - पापा ( मिसेज आराध्या और मिस्टर राहुल) दोनो लोग ऋषभ अवनी से बात कर रहे......विहान वही बस के पास ही खड़े रहता है ...उसकी नजरे टिवंकी को खोज रही होती है तब तक सभी लोग बस से बाहर आ जाते है और नौकर अंदर घर में चले जाते है ऋषभ के परमिशन पर ......मिसेज आराध्या ...आनंद को देखकर उसे मुस्कुराते हुए गले लगाती है और कहती है ,
आराध्या जी - आ गया मेरा जुनी......
आनंद - हां मेरी एक मिनट आपके लिए एक नया नाम है ....मेरी जूजू 😍...
आराध्या जी - अरे वाह मुझे तो बहुत पसंद आया .....
आनंद - जूजू मेरी शादी में आप आई नही....🙄 मै नाराज हू ...
आराध्या जी - अरे वो राहुल जी की तबियत ठीक नहीं थी ना ...तो बस ....
आनंद -( खुशी को अपने पास खींचकर ) ये रही मेरी जिंदगी के चैन लूटने वाली ....😅
( खुशी उसे गुस्से में घूरने लगती हैं तो वो कहता है)
आनंद - अरे मजाक कर रहा हु.....
आराध्या जी - ( ऋषभ से) और आपकी रानी कहां है?
रिया -( अवनी को ऋषभ के पास करके ) ये रही ऋषभ की रानी ....😛...
( ऋषभ सबके सामने ये शब्द सुनकर तो एक्सक्यूज मी करके अंदर चला जाता है फिर आराध्या जी ...अवनी के गले मिलती है और फिर सबके बारे में पूछने लगती है तो देव कहता है रुकिए मै बताता हु ,
देव - वेल सबसे पहले तो मैं देव बाबू ....( नील की तरफ देखकर) " ये मेरे नीली आंखों वाले बाबा नील भाई है " ....., ( आदि -रिया की तरफ देखकर) ये दोनो आदि भाई और रिया दी " ये गुटुर गु की जोड़ी " .. ,( संजना की तरफ देखकर) ये संजना ... रक्तचुस्मानव ....और ये नैंसी " एक प्यारी सी लड़की " ......और हां आदि भाई ....अवनी दी के भाई है ....
( ऐसा खतरनाक इंट्रो सुनकर सब शॉक्ड हो जाते हैं तो आराध्या जी कहती है )
आराध्या जी - ( हंसते हुए ) बेटा अब चलो सब लोग अंदर ......
( सब अंदर घुसने लगते है तो संजना..देव को घूरते हुए एक टांग मारकर घर मे घुस जाती है .....सिवाय विहान के,वो भी तक बस के पास ही खड़ा रहता है तो राहुल जी कहते है )
राहुल जी - ( विहान से ) अरे आप कही मिस्टर विहान तो नही है ?
विहान -( सर ऊपर करके) जी ...पर आपको कैसे पता ?
राहुल जी -( उसे मुस्कुराते हुए देखकर कहते हैं ) ट्विंकी ने बताया था आपके और ऋषभ के बारे में
( ट्विकी का नाम सुनकर तो विहान खुश हो जाता है और खुद को संभालते हुए राहुल जी के पास खड़ा हो जाता है. ..उसे ऐसी हालत में देखकर वो पूछते है)
राहुल जी - बेटा ये आपको क्या हुआ है ?
आनंद -( बीच में ही ) किसी की याद में खोए थे और फिर टूट - फुट गए....
राहुल जी - बहुत बुरा हुआ पर कोई नही.....हम दोनो लोग साथ में बैठेंगे......
आनंद -( विहान से धीरे से ) भाई बढ़िया मौका मिला है जाओ ...आज अपने ससुर को पहले पटा लो .....
( विहान घूरते हुए आनंद को देखता है तो वो हंसते हुए अंदर चला जाता है ..फिर वो दोनो लोग अंदर आ जाते ....विहान के दिमाग में अभी भी यही चल रहा होता है की ये किसके लिए इतनी डेकोरेशन की गई है....वो राहुल जी के साथ गार्डन में लगे सोफे पर जाकर बैठ जाता है और इधर उधर देखने लगता है कि उसकी नजरे ऊपर फूलो को पानी देते जी ट्विंकी पर चली जाती है .....वो मुसकुराते हुए पानी डाल रही होती है वही जब विहान देखता है तो उसकी नजरे वही अटक जाती है कि उसके सर पर एक पेपर आकर लग जाता है .....वो हड़बड़ा कर इधर उधर देखता है पर जब कोई नजर नही आता तो वो सामने देखने लगता है और तभी ...उसके फोन पर मैसेज आता है की - विहान ...ऊपर ट्विंकि को देखना बंद करो .....वरना मुझे डर है कि आंखे नही बचेंगी तुम्हारी...वो फोन अपनी जेब में रख लेता है ...थोड़ी देर बाद गुजिया खाने के बाद कहता है )
विहान - अंकल ये घर में किसी की शादी है क्या ??इतनी डेकोरेशन
राहुल जी - अरे नहीं ये होली की डेकोरेशन है ये ....और हां जल्द ही ट्विंकी की शादी भी करवानी है और कोई अच्छा लड़का भी नही मिल रहा ....
विहान -( मन में ही कहता है) अंकल आपके सामने साक्षात एक लड़का बैठा है और किसी की क्या जरूरत .....
( तभी आराध्या जी आ जाती हैं और राहुल जी को खींचकर ले जाते हुए कहती है ... अरे अब चलिए भी ..होली खेलना शुरू करते है सब लोग आ गए है ....राहुल जी विहान को भी खींचते हुए दूसरी तरफ ले जाते हैं जहां होली की डेकोरेशन हुई होती है और चारो तरफ रंग ही रंग होते है .....सब लोग बीच में ही इधर उधर घूम रहे होते है वही संजना ....बेंच पर जाकर बैठी होती है ....और जो भी उसके पास आता रंग लगाने उसे अपना घुसा दिखाकर भगा देती हैं., तभी सारे बॉयज.सफेद कुर्ता पायजामां और गर्ल्स साड़ी में आ जाती है ....नैंसी ने भी साड़ी पहन रखी होती हैं और संजना को भी फोर्स करके पहनवाया होता है .....सब लोग बस यू ही इधर उधर घूमने लगते है की तभी होली के म्यूजिक बजना शुरू हो जाता है,
जैसे जैसे ये गाना बजने लगता है ....सब लोग एक दूसरे को होली के रंग लगाने लगते है ....आनंद टेबल के पास जाता है और थोड़ा सा रंग हाथो में लेकर उसे गीला करता है और खुशी के पीछे खड़े हो जाता है वही खुशी इधर उधर नजरे घुमाकर आनंद को खोज रही होती है और बार बार अपने हाथो में लिए हुए गुलाल को देखती है की तभी पीछे से आनंद वो रंग उसके अरे फेस पर पोत देता है ..और जब हाथ हटाता है तो सामने खड़ी नैंसी उसे देखकर वही हंस हंस कर बैठ जाती है ....उसे ऐसे हंसते देख खुशी मुंह हिलाए पीछे मुड़ती है तो आनंद उसे देखकर थोड़ा पीछे खिसक लेता है और कहता है ,
आनंद - आज तो आप सचमुच की चुड़ैल लग रही है ......
( इसे सुन खुशी पास में रखे हुए थाल से रंग लेती है और कहती है....आज आपको लाल - पीला - नील - हरा सब कर दूंगी .....😤😤...आनंद उसे ऐसे कहते सुन भागने लगता है वही खुशी भी उसके पीछे पूछे .....इधर नैंसी हंसकर नीचे बैठी होती है तो देव बाल्टी में भरा हुआ रंग लाकर उसके ऊपर उड़ेल देता है और हंसते हुए कहता है )
देव - बिल्कुल तुम्हारा फेवरेट नीला रंग है 😂आज तुम नीली हो गई....
नैंसी - ( अपना मुंह पोछते हुए ) आज तो तुम भी नही बचोगे .....
देव - ( भागते हुए ) आपका फेस कम नील था जो उसे लाल कर लिया 😛😛😛
( उसकी बात सुनकर वो अपना हाथ देखती है तो समझ आता है की जो लाल गुलाल वो लगाने के लिए लाई थी उसने खुद को पोत लिया ...वो हंसते हुए हाथो पर रंग पोतती हैं और देव के पीछे पीछे गार्डन में भागने लगती है ,वही टविंकी जब साड़ी पहन कर घर से निकलती है तो विहान उसे देखता ही रह जाता है , वो वही एक बेंच के सहारे खड़ा रहता है ..... ट्विंकी ....अवनी और ऋषभ से गले लगकर ...अवनी के गालों पर गुलाल लगाने जाती हैं तो वो मुसकुराते हुए मना कर देती है ....., ट्विंकी उसकी बात को समझकर बाकी लोगो को गुलाल लगाती है और जब उसकी नजर बेंच के पास खड़े विहान पर जाती है तो वो उसकी तरफ रंगो से भरी थाल लेकर उसकी तरफ बढ़ने लगती है .....विहान अपनी तरफ उसे आते देखता है तो उसकी धड़कने थोड़ी तेज हो जाती है और एक म्यूजिक बजने लगता है ,
मैं जितना तुम्हें देखूं
दिल ये ना भरे
मैं जितना तुम्हें सोचूं
दिल ये ना भरे.....
चल दिया दिल तेरे पीछे पीछे देखता
, मैं रह गया कुछ तो है
तेरे मेरे दरमियाँ जो
अनकहा सा रह गया
मैं जो कभी कह ना सका
आज कहता हूँ पहली दफा
विहान पूरा खो जाता है की ट्विंकी चुटकी बजाकर कहती है ,
ट्विंकी - अरे विहान जी कहा खोए हुए है ....
विहान -( होश में आकर ) कही ....कही नहीं ...
( ट्विंकी मुसकुराते हुए गुलाल लेती है और दोनों हाथो से उसके गाल पर लगाने लगती है की विहान का थोड़ा बैलेंस बिगड़ जाता है वो झुक कर गिरने लगता है तो ट्विंकी जल्दी से उसका हाथ पकड़ लेती है और बेंच पर बिठाकर कहती है ,
ट्विंकी - ( हैरानी से ) ये आपको क्या हुआ है ??
विहान - ( दूसरी तरफ मुंह फेरकर ) कुछ नही ....
( ट्विंकी उसके गालों को पकड़कर उसका फेस अपनी तरफ कर लेती है और कहती है )
ट्विंकी - बताइए कया हुआ है ??
विहान - वो बस ऐसे ही चोट लग गई है ....मैं ठीक हु ...
ट्विंकी - आप अगर सच बोलेंगे तो मुझे अच्छा लगेगा वरना कोई बात नही अगर नही बताना तो ....
(इससे पहले विहान कुछ कहता .... ट्विंकी वहां से चली जाती है ...उसे ऐसे जाते देख विहान मुंह पिचका लेता है और बेंच से खड़े होकर ....सभी लोगो के बीच मे चला जाता है और एक ग्लास ठंडाई पी लेता है जिसमें भांग मिली होती है वही.....खुशी आनंद को पूरा गुलाल और रंग से रंगबिरंगा कर देती है , बस उसके दांत पता चल रहे होते है .....वही देव का भी सेम हाल होता है , वो और नैंसी मिलकर ठंडाई पीने लगते है पर नील से छुपाकर ......संजना डंडा लेकर बैठी होती है ताकि उसके पास कोई ना आए , वो बड़ी शान से मुस्करा रही होती है की पीछे से देव लाल रंग से भरी हुई बाल्टी उसपर उड़ेल देता है और उसका फेस पूरा लाल गुलाल में पोत देता है वो गुस्से में पीछे मुड़ती है ...तो देव कहता है ,
देव - ( भांग के नशे मे ही ) देखा ....तुम्हे मैने रक्तचुस्मानव बना ही दिया 😂😂😂 हां हां......
संजना - तुमने भांग पी है?
देव - नही नहीं ...... रसलमलाई पी है .....
( वो संजना के पास आता है और उसे नीचे बिठाकर कहता है )
देव - ( ऊपर दिखाते हुए ) वो देखो....तुम्हारे मामा उड़ रहे....
संजना - ( ऊपर देखते हुए ) कौनसे मामा ....
देव - ध्यान से देखो......अब तुम्हारी मामी उड़ रही..
संजना - यार कौनसी मामी ......
( तभी नील उसके पास आता है और कहता है)
नील - भांग उसने पी है तुमने नही.....
( नील की बात सुनकर संजना जीभ बाहर निकालती है और कहती है)
संजना - तुम नहीं बचोगे ....देव
.
( देव वहां से उठकर भाग जाता है, नैंसी ...पिलर को पकड़कर कहती है ..नीली आंखो वाले बाबा , मेरे को मुक्का क्यों मारा 😤....( आंखे घुमाकर ) मैं तो कितनी प्यारी हु ...( वही बैठकर रोते हुए ) नील तुम धोखेबाज हो ...तुम्हे मेरा बॉयफ्रेंड बनने का नाटक करना था पर तुम किसी और के साथ क्यों थे उस दिन ...... नील जब ये बात सुनता है तो नैंसी से थोड़ी दूर जाकर खड़ा हो जाता है की तभी अवनी पीछे से आकर उसे रंगो में नहला देती है और कहती है - भाई बुरा न मानो होली है 😅....नील मुस्कुराते हुए उसे भी रंग लगाने जाता है तो वो वहां से भाग जाती है और सीधे जाकर ऋषभ से टकरा जाती है तो वो उसकी कमर पर हाथ रखकर उसे पकड़ लेता है और उसकी तरफ देखते हुए पूरा गुलाबी गुलाल उसके फेस पर पोत देता है और गोद में उठाकर उसे रंगो से भरे एक टब में गिरा देता है ...😂और वहां से भाग जाता है ....अवनी जब अपनी आंखे खोलती है तो देखती है की सब लोग अजीब हरकते कर रहे सिवाय ऋषभ के जो सबसे दूर खड़ा है ....अवनी टब से बाहर आती है और पीला गुलाल हाथो में लेकर ऋषभ के सामने खड़ी हो जाती है और कहती है ...ऋषभ जी और फिर पूरा मुंह उसका पीले रंग से भर देती है ,फिर उसे धक्का मारकर पीछे रंगो से भरे हुए टब में गिरा देती है और वहां से मुड़कर जाने लगती है तो ऋषभ उसका हाथ खींचकर अपने ऊपर ही टब में गिरा देता है ...😜दोनो एक दूसरे को देखने लगते है , ऋषभ अपना सर ऊपर करते हुए अवनी को किस करने जाता है की पीछे से आनंद टब में बैठकर कहता है,
आनंद - ( भांग के नशे में ही )और सवारी कहां जाना 😁है ......
( दोनो उठकर खड़े हो जाते हैं और देखते है की आनंद बैठा हुआ है और सब के सब उसके पीछे ..और चिल्ला रहे की - ले चलो ट्रेन कोलकाता , मुंबई , बिहार .....और आनंद भी हंसते हुए - चल मेरी ट्रेन छुक छुक छुक...😂....और भी उटपटांग हरकते करता है और उसने संजना को भी भांग पीला दिया होता है तो वो कहती है, " भाई जापान लेकर चलो ट्रेन ... मार पीट करनी है ..उन्हे ऐसे देख अराध्या जी कहती है ,
आराध्या जी - बेटा आप लोग और लोगो को संभालो मैं और नील राहुल जी और जीनू को संभालते है
.........(आदि - रिया का कोई पता नही होता है ...... ऋषभ चारो तरफ घूम के देखता है तो वो दोनो उसे एक पेड़ के नीचे बैठे हुए नजर आते हैं ....वो इशारों से उन्हें बुलाता है और आने के बाद पूछता है की क्या कर रहे थे तो वो कहता है,
आदि - हमारी होली सुबह ही हो गई थी .......अब तुम लोग इतनी शाम तक खेलने वाले थे तो हम लोग फूलो से खेलने लगे ..
( .वो उन दोनो को देखता है और फिर कहता है,)
ऋषभ - चलो इन्हे उठाने में हेल्प करो .....रिया का असर हो रहा तुम पर .......
रिया - क्या मतलब ( हैरानी से )...
( ऋषभ बिना कुछ कहे.....सबको कमरे में ले जाता है और बेड पर लिटा देता है .....नौकर लोगो की मदद से सब लोग अपने अपने कमरे में आ गए होते है .....तो आराध्या जी कहती है ,
आराध्या जी - इन लोगो को तो सुबह ही होश आयेगा ...( नील से )तुम कल जरा इनकी हरकते दिखाना .... स्पेशली मेरे जीनू की और तुम भी फ्रेश होकर खाना खाने आ जाओ ....
ऋषभ - आंटी जी ....सच में भूख नही है ....ऑलरेडी होली के टाइम इतना कुछ खा लिया है की भूख नही .....
अवनी - मुझे भी नही .....
आराध्या जी - ( अवनी से ) तुम आकर दूध पीना .....मुझे स्पेशली निहारिका जी ने कहा है ....तो कोई बहाना नहीं चलेगा.....
( अवनी मुंह पिचाकर ऊपर कमरे में चली जाती हैं,पीछे पीछे ऋषभ भी .......थोड़ी देर बाद दोनो फ्रेश हो जाते हैं तो अवनी नीचे किचन में आती है और दूध का ग्लास काउंटर पर देख उसे पीकर वही रखकर अपने कमरे की तरफ बढ़ने लगती हैं ......नीचे नौकर जब उसे दूध पीकर जाते हुए देखता है तो कॉल करके कहता है ,
नौकर - मिस्टर अनंत मतलब बॉस काम हो गया...मिसेज अवनी ने भांग वाला दूध पी लिया है.....
( फिर वो मुस्कुराते हुए वहां से चला जाता है......वही अवनी सीढ़ीयो पर चढ़ने लगती हैं तो उसका सर घूमने लगता है...वो उसे दबाते हुए कमरे के दरवाजे पर आती है और आंखो को तीन - चार बार बंद - खोल करके दरवाज़ा खोल देती है और देखती है की ऋषभ वही बेड पर पास खड़े होकर शर्ट पहन रहा .....वो उसे मुस्कुराते हुए देखती है और फिर दरवाजे को। बंद करके उसे पीछे से पकड़ लेती है .....अचानक से किसी के पकड़ने की वजह से ऋषभ थोड़ा हड़बड़ा जाता है और शर्ट में बटन लगाना छोड़ देखता है की वो कोई और नहीं अवनी है ......वो थोड़ा हैरान हो जाता , और अवनी का हाथ पकड़कर आगे करने लगता है तो वो हाथ छुड़ाकर उसे और कसकर पकड़ लेती है और कहती हैं,
अवनी - मुझे ऐसे ही रहना दीजिए आप 😃...दूर मत करिए प्लीज .....
( ऋषभ उसका हाथ छोड़ देता है पर फिर भी उसे थोड़ा अजीब लगता है क्योकि अवनी कभी ऐसे उसके पास नहीं आई। .....वो कुछ देर तक ऐसे ही खड़ा रहता है की अवनी उसकी कमर छोड़ बेड पर चढ़ जाती हैं और हंसते हुए उसके गले में हाथ डाल कर कहती है ,
अवनी - आप इतने क्यूट क्यों है ...😍
( ऋषभ का मुंह खुला का खुला रह जाता है......अवनी फिर से कहती है ....मुझे नही पसंद कोई दूसरी लड़की आपकी तरफ देखे आपको पता है .... मैं मार्केट में एक लड़की को पीटकर आई थी.....)
ऋषभ - ( हैरानी से ) क्यो?
अवनी - ( घुरकर )क्योंकि वो कह रही थी की आप बहुत अकडू हो ... ...
( ऋषभ उससे थोड़े दूर होने लगता है तो वो उसे अपनी तरफ खींच लेती है और कहती है )
अवनी - ( आंखे घुमाकर ) आप मेरे से दूर क्यों जा रहे मै रोने लगूंगी .....
ऋषभ - ( अपना सर पीछे करके) आपने भांग पी है .....
अवनी - ( ऋषभ के गले लगकर) दूध पीकर आई हु मिस्टर अकडू ...... हहा
( ऋषभ समझ जाता है की किसी ने उसे भांग मिलाकर पिलाया है तो वो अवनी को दूर करके कमरे का दरवाजा खोलने लगता है की अवनी फिर से उसे पीछे से पकड़ लेती है और कहती है ,)
अवनी - मुझे मेरा हक चाहिए ......
( ऋषभ उसकी हक वाली बात सुनकर दरवाजा छोड़ देता है और मुड़कर कहता है )
ऋषभ - कैसा हक?
( अवनी उसे खींचते हुए बेड के पास लाती है और बेड पर चढ़कर फिर से उसके गले में हाथ डाल कहती है )
अवनी - ( मुंह पिचकाकर ) प्रॉपर्टी जाए भाड़ में मुझे आप चाहिए .....
( ऋषभ अब पूरा घबरा जाता है और कहता है )
ऋषभ - आपकी तबीयत ठीक नहीं है ....अभी रेस्ट करिए ...
अवनी - मुझे हक चाहिए.....( उसके गालों पर किस करके) वो पति पत्नी वाला ....
ऋषभ - ( आंखे बन्द करके) अवनी ... प्लीज आप रेस्ट करिए ...हम सुबह बात करेंगे इस बारे में .....
अवनी - ओह हो ...मै बिल्कुल ठीक हु ,
( फिर वो अपने गालों को ऋषभ के गालों से टच करके खड़ी हो जाती है और कहती है )
अवनी - आप मुझे कभी छोड़कर तो नही जायेंगे ना.....
( ऋषभ कोई जवाब नही देता है और हाथ हटाने लगता हैं तो अवनी उसे अपनी तरफ खींचकर लेट जाती है और कहती है)
अवनी - ( आंखो मे आंसू लिए ) मुझे आपकी आदत हो चुकी है ....
( ऋषभ उसके आंखो से आंसू निकलते देखता है तो उसे पोंछ कर उसके माथे पर किस कर देता है और फिर हाथो में हाथ डालकर उसके पलको को चूम लेता है तो अवनी उसके गले पर कसकर किस कर देती है ....ऋषभ उसकी तरफ देखता है और दोनो गालों पर किस करके कहता है ,
ऋषभ - ( आंखे बंद करके ) अवनी आईएम सॉरी ...कल सुबह जब आपको होश आयेगा तो मैं आपको फेस नही कर पाऊंगा ....
( फिर वो मुस्कुराती हुई अवनी को देखता है और उसके लिप पर डीप किस कर देता है....अवनी भी आंखे बंद किए हुए उसे पकड़ लेती है , और ऋषभ लाइट ऑफ कर देता है......बाहर तेज हवाएं चल रही होती है पर चांद की रोशनी चारो तरफ फैली होती है और फिर उस चांदनी रात में दोनो एक हो जाते है ............♥️
shweta soni
27-Jul-2022 06:39 AM
Bahut achhi rachana
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Seema Priyadarshini sahay
11-Jun-2022 05:01 PM
Nice part👌👌 Bahut. Flow hai apke lekhan me
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Abhinav ji
11-Jun-2022 09:32 AM
Nice
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